ईद होगी मुक्कमिल उस घड़ी ,उस सहर ऐ मेरी जानिब,
जिस घड़ी इक तरफ चाँद,इक तरफ मेरे यार का दीदार
मुक्कमल हो जाय।
ईदी में क्या चाहिए ये पूछना ना हमको ऐ मेरी जानिब,
कहीं मेरी चाहत ,तुमको तुमसे ही उम्रभर को ना माँग ली जाय।
#सरितासृजना
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Madhusudan ने कहा:
बहुत खूब।
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pandeysarita ने कहा:
शुक्रिया
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Sayar_AV ने कहा:
लाजवाब सरिता….. 👌👌👌
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pandeysarita ने कहा:
शुक्रिया
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Sayar_AV ने कहा:
स्वागत है
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Cory Melancon ने कहा:
🍍🍍👍👍👍
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raiatul343 ने कहा:
वाह….👌👌👌
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pandeysarita ने कहा:
शुक्रिया
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