चलो चले डर के शहर से दूर कहीं,
वो देखो ना! खुशियों का गांव बुला रहा है हमें।
14 शनिवार अक्टूबर 2023
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inचलो चले डर के शहर से दूर कहीं,
वो देखो ना! खुशियों का गांव बुला रहा है हमें।
08 रविवार अक्टूबर 2023
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inभंवरे ने आंगन में बड़ा शोर मचा रखा था,
ढूंढा तो पाया उसके फूल को कोई चुरा ले गया था।
05 गुरूवार अक्टूबर 2023
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inसूरज नही बन सकता सितारा तो बन
किसी बुझती आंख का तारा तो बन
चलते-चलते दौड़ पडे हैं सब
तू किसी गिरते का सहारा तो बन।
07 सोमवार अगस्त 2023
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inतेरे शहर में कफ्यू था घुसने की मनाही थी
गौर से देखा मेरे नाम की पट्टी सबसे ऊपर लगवाई थी।
23 गुरूवार फरवरी 2023
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inमजदूर – Read on Sahityapedia The perfect app for writers. https://sahityapedia.com/?p=173485
23 शनिवार जुलाई 2022
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inज़माने का हाल तो देखिए साहेब!
वही सबसे पहले आया हाल पूछने हमारा,
जिसने सबसे पहले पत्थर फेंका था हमपर।
-सरितासृजना
07 गुरूवार अप्रैल 2022
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inएक घूँट ज़हर का ऱोज पी रही हूँ मैं
अब ज़िस्म में लहू कहाँ।
-सरितासृजना
07 गुरूवार अप्रैल 2022
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inदोस्तों से छुपकर घर पहुँचने की जल्दी थी आज,
जेब में रिश्वत लिए हुए था मुस्कुराहटों की।
-सरितासृजना
05 शनिवार फरवरी 2022
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inRead my thoughts on YourQuote app at https://www.yourquote.in/sarita-pandey-bijse/quotes/gurur-kro-jurur-phkt-ye-yaad-rhe-naa-koii-brbaad-hove-tuu-cjqmr8
26 रविवार दिसम्बर 2021
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