कोई बात नही खुशी ना सही
गम को ही हम तो दामन में समेट लिया करते है
आसमां गर ना दे पनाह हमको
हम तो है “खानाबदोश” किसी के भी दिल में गुज़र कर लिया करते है।
हवाओं में खुशबू बनकर हम तो ऐ जानिब
उनकी साँसों में जिदगीं अपनी हम तो बसर कर लिया करते है।
र्दद को राहत कभी मिलती नही इसका है यकीं
जहर को भी दवा समझ हम तो पी लिया करते है
धड़कता है सीने में दिल हमारे कुछ इस तरह से
बस तेरे नाम से घड़ी-दर-घड़ी हम तो जी लिया करते है।
लोगों को है गुरुर अपनी रियासतों और रुतबों का
हमारा क्या यारों,
हम तो अपने फाकों पर भी फ़क्र कर लिया करते है।
#सरितासृजना
Sayar_AV ने कहा:
Shaandar…… 👌👌👌
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pandeysarita ने कहा:
शुक्रिया
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Sayar_AV ने कहा:
Welcome…… 😊😊😊
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अजय बजरँगी ने कहा:
बहुत शानदार 👍👍
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pandeysarita ने कहा:
आभार 🙏
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Madhusudan ने कहा:
बहुत खूब👌👌👌👌
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pandeysarita ने कहा:
🙏 आभार
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Ashwani Raghav"Ramendu" ने कहा:
वाह
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pandeysarita ने कहा:
Thanks
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ashu777 ने कहा:
Kya baat..kya baat!👌👌👌
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pandeysarita ने कहा:
🙏 शुक्रिया
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~Gouri ने कहा:
Bahut hi umda!! Loveable!!
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pandeysarita ने कहा:
शुक्रिया
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gauravtrueheart ने कहा:
सुन्दर अभिव्यक्ति
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pandeysarita ने कहा:
धन्यवाद
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