1) बहुत जरुरी है जीवन में अच्छे दोस्तों का होना और बहुत जरुरी है जीवन में अच्छे दुश्मनों का होना भी।
2)आकाँक्षाए ,इच्छाएँ दूसरों से ना रखें । वो जब पूरी नही होती तब,हम उदास और निराश हो जाते है।
3) रुप और सौर्दंय एक समय के बाद ढल जाते है। हमें अपने कर्म को निखारने में ज्यादा मेहनत करनी चाहिए।कर्म समय के साथ ढलता नही और निखरता जाता है।
#सरितासृजना
रजनी की रचनायें ने कहा:
बहुत ही सही विचार लिखे हैं आपने।
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pandeysarita ने कहा:
जी धन्यवाद रजनीजी
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रजनी की रचनायें ने कहा:
सरिता जी एक दूसरे के रचनाओं को पढ़ते रहे और उसके बारे में जानकारी देते रहे धन्यवाद स्वयं अदा हो जाएगा।
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pandeysarita ने कहा:
जी सही कहा आपने । समय मिलने पर आपकी रचनाएँ जरुर पढुँगी।
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Sayar_AV ने कहा:
शानदार…..
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pandeysarita ने कहा:
शुक्रिया
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Sayar_AV ने कहा:
😊😊😊
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Madhusudan ने कहा:
Kyaa baat…..bahut hi sundar bichaar…..
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pandeysarita ने कहा:
जी धन्यवाद
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dilkiaawazsunoblog ने कहा:
Kitna Sahi kaha Hai aapne…
Khoobsurati gar vichaar may aur bhawnao may ho
Chehra khud-ba-khud chamak jaata Hai,
Doston ki kami nahi Hoti fir to,
Dushmano ka jasba bhi badal jaata Hai tab to.
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pandeysarita ने कहा:
शुक्रिया 🙏
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Rupali ने कहा:
Satya vachan.
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gauravtrueheart ने कहा:
सही कहा
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pandeysarita ने कहा:
Thanks
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Rohit Nag ने कहा:
Khoobsurat vichar
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pandeysarita ने कहा:
आभार
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