आज भी जब तेरी गली से गुजरते है हम

तेरा दीदार अब हम नही करते ,क्योंंकि

कसम खा ली थी ना उस दिन हमने, इसकर

जा तेरे हुस्न का सदका मेरे सरकार ,अब हम नही करते।

नजरेंं चुराकर निकल जाते थे तुम अक्सर, जाओ तुमसे

नजरेंं दो-चार अब हम नही करते।

कई बार हमने किया था तेरा इंंतजार,पर बस

जा तेरा इंंतजार अब हम नही करते।

हमारे भरोसे का दामन छोडा था तुमने कई बार,इसकर

जा तेरे वादोंं पे एतबार अब हम नही करते।

कहाँँ दामन को संंभाला था हमारे तुमने

पर प्यार मेंं वफा की है हमने, इसलिए

जा तेरे साथ बेवफाई का सितमअब हम नही करते।

#सरितासृृजना